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भूगोल और जलवायु

भौगोलिक सीमायें

जनपद महाराजगंज प्रदेश के पूर्वोत्तर कोने पर स्थित हैं|जिसका अक्षांशीय विस्तार 25.50 अंश से 26.20 अंश उत्तरी अक्षांश तथा 83.25 अंश से 84.20 अंश पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है, जो समुद्र तल से लगभग 200 फीट ऊपर है| इस जनपद की सीमाओं पर उत्तर में नेपाल, पूरब में बिहार राज्य तथा जनपद कुशीनगर, दक्षिण में गोरखपुर, पश्चिम में संत कबीर नगर स्थित है|

मौसम / जलवायु

महाराजगंज जनपद उपोष्ण कटिबन्ध में स्थित है | हिमालय से मात्र 15 किलोमीटर दूर होने के कारण यहाँ पर इसकी अक्षांशीय स्थित की अपेक्षा हिमालय पर्वत का प्रभाव अधिक है | इस जनपद में पश्चिमी हवायें नवम्बर से मई तक चलती है | स्थलीय क्षेत्र में प्रवाहित होने के कारण यहाँ हवायें शुष्क होती हैं | जून से अक्टूबर तक इस जनपद में दक्षिणी पश्चिमी मानसून हवायें प्रवाहित होती हैं | इनकी उत्पत्ति समुद्र से होने के कारण वाष्प से भरी होती है, और इनसे ग्रीष्म ऋतु से वर्षा होती है | इस जनपद की जलवायु उपोष्ण मानसूनी है |
इस जनपद में मई एवं जून का औसत तापमान क्रमंश 30.38 अंश सेंटीग्रेट तथा 29.64 सेंटीग्रेट है | मई मास का तापमान 40.30 अंश सेंटीग्रेट रहता है | जनवरी माह का सर्वाधिक 21.75 अंश सेंटीग्रेट तथा औसत तापमान 13.81 अंश सेंटीग्रेट रहता है | इस समय सूर्य के दक्षिणायन होने के कारण उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित इस जनपद को सौर्यताप कम प्राप्त होता है | मई से अक्टूबर तक का दैनिक औसत तापमान 18 अंश सेंटीग्रेट से कम नहीं होता है | अप्रैल से सितम्बर माह का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान 19.82 अंश सेंटीग्रेट से अधिक रहता है | कभी – कभी मई एवं अप्रैल के महीनों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में विषमता पायी जाती है |

वर्षा ऋतु

हिमालय की तलहटी के निकट होने के कारण जनपद महाराजगंज की वार्षिक वर्षा प्रदेश के अन्य भागों से अधिक है | जनपद के उत्तरी भाग में वर्षा की मात्रा अधिक है | किन्तु दक्षिण भाग में वर्षा की मात्रा क्रमश: कम होती है | दक्षिण पश्चिमी मानसून का प्रभाव मध्य जून से प्रारम्भ होता है, तथा मध्य जुलाई तक सम्पूर्ण जनपद मानसून के प्रभाव में आ जाता है | जुलाई, अगस्त, तथा सितम्बर में मानसून का प्रभाव अधिक रहता है | बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न होने वाले चक्रवात उत्तर पश्चिम दिशा की ओर से इस जनपद में प्रवेश करती है | इनके प्रभाव से जनपद की वर्षा प्रभावित होती है |

शीत ऋतु

सम्पुर्ण जनपद मध्य अक्टूबर से उत्तरी पूर्वी शीत ऋतु की मानसून के प्रभाव में आ जाता है | नवम्बर माह काऔसत तापमान 20.6 डिग्री से०ग्रे० तथा दैनिक तापान्तर 16.510 से० ग्रे० कम रहता है | इस ऋतु में पश्चिम से आने वाले चक्रवातोंसे कुछ वर्षा हो जाती है | यह वर्षा इस जनपद के रबी के उत्पादन के लिए वरदान है |

ग्रीष्म ऋतु

मार्च के प्रारम्भ होते ही तापमान में क्रमशः वृद्धि होने लगती है | मार्च माह का औसत तापमान 22.63 डिग्री से० ग्रे० रहता है | इस मग का उच्चतम तापमान 32.05 डिग्री से० ग्रे० तथा न्यूनतम तापमान 13.88 डिग्री से० ग्रे० है | ऋतु अप्रैल माह हा दैनिक तापान्तर 17.93 डिग्री से० ग्रे० तथा मई का दैनिक तापान्तर 18.24 डिग्री से० ग्रे० है | इस ऋतु में होने वाली वर्षा जायद फसल के लिए अच्छी होती है |